ढाका में निकाली गयी 400 साल पुरानी भव्य रथयात्रा

बांग्लादेश के ढाका शहर में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ 400 साल पुरानी ऐतिहासिक भव्य रथ यात्रा निकाली गई। धामराई से निकाली गई इस भव्य रथ यात्रा का उद्घाटन बांग्लादेश में भारत के राजदूत विक्रम दुरईस्वामी ने स्वामीबाग मंदिर में किया। बताया गया कि रथ यात्रा 9 जुलाई तक चलेगी। हालांकि इस अवसर पर आयोजित मेला पूरे जुलाई महीने तक चलेगा।

बांग्लादेश में भारतीय राजदूत विक्रम दुरईस्वामी ने किया रथयात्रा का उद्घाटन।

बांग्लादेश में भारत के राजदूत विक्रम दुरईस्वामी ने ट्वीट कर कहा यह रथ यात्रा सभी के लिए आस्था, परंपरा और संस्कृति का एक शानदार उत्सव है। जगन्नाथपुरी की रथ यात्रा के बाद यह सबसे बड़ी रथ यात्राओं में से एक है। शानदार दिन- कुमुदिनी ट्रस्ट और धामराई नगरपालिका को बधाई।

ढाका में भारतीय उच्चायोग ने ट्वीट कर बताया यह ऐतिहासिक रथ यात्रा लगभग 400 साल पुरानी है। साहा परिवार के कुमुदिनी ट्रस्ट ने 1950 से इस परंपरा को जीवित रखा है। इस रथ को 1971 में पाकिस्तानी आक्रमणकारियों ने नष्ट कर दिया था। जिसके बाद रथ को 12 साल पहले भारत सरकार की मदद से फिर से बनाया गया था।

आपको बता दें कि कोरोना महामारी के कारण पिछले दो वर्षों से रथ यात्रा बंद होने के कारण इस बार धामराई में भव्य समारोह का आयोजन किया गया था, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे थे। इस दौरान राज्य योजना मंत्री डॉo शसुल आलम, बांग्लादेश में भारतीय उच्चायुक्त विक्रम के दुरईस्वामी, ढाका-20 से सांसद वीर मुक्तिजोधा बेनजीर अहमद और ढाका के पुलिस अधीक्षक समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इसके अलावा, मारुफ हुसैन सरदार, धामराई नगर पालिका के मेयर गुलाम कबीर मुल्ला और ढाका में रूसी दूतावास मिशन के उप प्रमुख ने भी समारोह में भाग लिया।

(रिपोर्ट: शाश्वत तिवारी)