‘मैं अकेला ही चला था जानिब-ए-मंज़िल मगर
लोग साथ आते गए और कारवाँ बनता गया’
मजरूह सुल्तानपुरी का यह शेर ‘हिन्दी में’ संस्था द्वारा आयोजित कविता यात्रा का कार्यक्रम ‘कविताई’ पर सटीक बैठता है।
रविवार 25 अगस्त 2024 को ‘हिन्दी में’ साहित्यिक संस्था द्वारा आयोजित ‘कविताई’ (अध्याय – चार) कार्यक्रम भव्य और ऐतिहासिक रूप से दिल्ली के साकेत स्थित नोजोटो क्रिएटर हब में सफ़लतापूर्वक संपन्न हुआ।
देशभर के सुप्रसिद्ध रचनाकारों के रूप में अभिसार गीता शुक्ल, राहुल शर्मा, शायरा कीर्ति, आज़ाद पाखी,मोहित मुदिता द्विवेदी, गायत्री मेहता,विष्णु विराट, डॉ. शिवांकित तिवारी ‘शिवा’, अभिषेक शुक्ला, लंकेश गौतम एवं अतिथि कलाकार के रूप में मशहूर गीतकार व संगीतज्ञ कवीश सेठ आदि कवियों ने काव्यपाठ किया।
कार्यक्रम का कुशलतापूर्वक संचालन मोहित मुदिता द्विवेदी ने किया।
‘कविताई’ कार्यक्रम की इस पहल में मुख्य सहयोगी के तौर पर नोजोटो संस्था, डॉ. शुभम दुबे,मिली तृष्णा पांडे ने पूरी उत्सकुता के साथ कार्यक्रम को सफ़ल बनाने में अपना अतुलनीय योगदान दिया।
कार्यक्रम के आयोजक डॉ. शिवांकित तिवारी ने बताया कि दिल्ली प्राचीन समय से ही साहित्य,कला और संस्कृति का गढ़ रहा है और यहां का साहित्यिक गौरव सदैव से दैदीप्यमान रहा है अत: यहां निरंतर साहित्यिक आयोजन कराना और साहित्य की लौ को जलाये रखना हमारी मूलभूत जिम्मेदारी है और हम सदैव साहित्य की दिशा में ऐसे ही निरंतर आयोजन कराते रहेंगे।
‘हिन्दी में’ संस्था साहित्य,सृजन और शिक्षा के उद्देश्य को लेकर देशभर के विभिन्न शहरों में कविता यात्राएं आयोजित कर रही है और यह कविता यात्रा चौथा पड़ाव था जिसे दिल्ली के साहित्य प्रेमियों ने अभूतपूर्व प्रेम दिया है कविता यात्रा का अगला चरण शीघ्र आयोजित किया जायेगा।
कार्यक्रम के आयोजक सदस्य डॉ. शिवांकित तिवारी ने इस आयोजन को सफ़ल बनाने हेतु देश की राजधानी दिल्ली के समस्त साहित्यप्रेमियों के प्रति आभार व्यक्त किया है।