सई नदी की करुण कथा : पौराणिक और ऐतिहासिक नदी मर रही है

इंजेक्शन लगाने के बाद किशोरी की मौत पर परिजनों ने किया हंगामा, डॉक्टर ने कहा हमने मरीज देखा ही नहीं

हरदोई– पिहानी कस्बे मे पिहानी-जहानीखेड़ा रोड पर स्थित राहत हॉस्पिटल मे बुधवार दोपहर किशोरी की मौत हो गई। राहत हॉस्पिटल का वैसे तो सीएमओ के निर्देश पर रजिस्ट्रेशन हो गया है परंतु जिस डॉक्टर के नाम पर रजिस्ट्रेशन है, उनके दर्शन महीनों नहीं होते हैं। अप्रशिक्षित लोग ही अस्पताल में मरीज की जिंदगी से खेलते हैं और गरीब व मजबूर मरीजों की जेबों पर खूब डाका डालते हैं। 

किशोरी की मौत के बाद परिजनों ने डॉक्टर पर गलत इंजेक्शन लगाने का आरोप लगाकर हंगामा कर दिया। यह देख डॉक्टर व कर्मचारी भाग गए। सूचना पर पहुंचे पुलिसकर्मियों ने आक्रोशित लोगों को समझाकर शांत कराया। इस संबंध में राहत अस्पताल के डॉक्टर बीके तिवारी से संबंध में जब बात की गई तो उन्होंने साफ तौर से मना कर दिया कि उन्होंने मरीज नहीं देखा। हकीकत तो यह है डॉक्टर साहब अस्पताल में महीनों नहीं आते हैं। केवल उनके नाम से रजिस्ट्रेशन हो गया और लूट करने का अड्डा बन गया।

पिहानी कोतवाली क्षेत्र व विकासखंड हरियावा  ग्राम हसैया मऊ राजेश अपनी पुत्री शिवानी उम्र 13 वर्ष को राहत हॉस्पिटल में भर्ती कराया। शिवानी बुखार से पीड़ित चल रही थी। राहत हॉस्पिटल में भर्ती करते ही 1650 रुपए खून की जांच के नाम से लिए गए और शिवानी का ब्लड सैम्पल ले लिया गया। उसके बाद वहीं पर मौजूद एक व्यक्ति ने इंजेक्शन लगा दिया। पिता राजेश व माता राजमती का आरोप है कि इंजेक्शन लगाते ही शिवानी की हालत बिगड़ने लगी।जब तक परिजन कुछ समझ पाते, शिवानी ने दम तोड़ दिया। इसके बाद परिजनों ने डॉक्टर पर गलत इंजेक्शन लगाने का आरोप लगाकर हंगामा करना कर दिया। 

कोतवाल सुनील दत्त कौल के निर्देश पर घटनास्थल  राहत अस्पताल पहुंचे कस्बा इंचार्ज रजनीश त्रिपाठी, कांस्टेबल नितिन तोमर, मोहित कुमार, मनुज कुमार ने स्थिति पर नियंत्रण किया। कस्बा इंचार्ज रजनीश त्रिपाठी ने बताया कि तहरीर और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।