सभ्य समाज के लिए जातिवाद भयङ्कर ज़ह्र के समान घातक

April 19, 2023 0

किसी मानवीय राष्ट्र या समाज की व्यवस्था में जातिवाद एक भयंकर जहर के समान घातक है। गुणानुसार कर्मो का अधिकार ही मानवीय व्यवस्था हो सकती है। ध्यान रहे जातिवादी व्यवस्था जंगली होती है जिसमें जन्म […]

यह आपकी संवेदना नहीं जातीय-सांप्रदायिक दुर्भावना है : सुधान्शु

May 5, 2021 0

अब तक लगभग सवा दो लाख लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है, जिसकी सीधी जिम्मेदारी सरकार की है। इसमें तमाम अपनों को भी खोया, आप चुप हैं, सरकार से कोई सवाल नहीं, मरनेवालों […]

जातिवाद-छुआ छूत के खिलाफ थे बाबा साहब : ऋषभ कात्यायन

December 6, 2018 0

          पाली ( हरदोई )- अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद तहसील सवायजपुर ईकाई के पदाधिकारियों द्वारा ऋषभ कात्यायन के नेतृत्व में डॉ भीम राव अम्बेडकर की पुण्य तिथि परिनिर्वाण दिवस को समरसता […]

अपंग-असमर्थ राजनेता ‘सम्प्रदाय’, ‘जाति’ तथा ‘वर्ग’ का सहारा लेते हैं

July 17, 2018 0

डॉ० पृथ्वीनाथ पाण्डेय- हमारे प्रथम श्रेणी के राजनेताओं की आँखों में विश्वासघात के चित्र झिलमिलाते आ रहे हैं। वे आत्मविश्वास, आत्मबल तथा इच्छाशक्ति से रहित हैं; चरित्र, चाल, चेहरे से क्षत-विक्षत हैं; मनसा-वाचा-कर्मणा हीनतम हैं; […]

भारत में रंगभेद/जातिभेद कहाँ और क्यों ?

April 4, 2018 0

डॉ० पृथ्वीनाथ पाण्डेय हम कितने अज्ञानी हैं, जो ‘सवर्ण’ को मात्र कतिपय जातियों तक सीमित करके देखते हैं। पहले की व्यवस्था को वर्तमान सामाजिक व्यवस्था के परिप्रेक्ष्य में यदि देखा जाये तो आज की तुलना […]

योगी के उत्तरप्रदेश में “डंके की चोट पर” ‘ठाकुरवाद’ और ‘निरंकुशवाद’

March 29, 2018 0

डॉ० पृथ्वीनाथ पाण्डेय मुलायम सिंह यादव की सत्ताकालावधि में जिस तरह से ‘यादववाद’ की महामारी फैली हुई थी; मायावती के राजकाल में ‘दलितवाद’ का कुष्ठरोग विस्तार पा रहा था, उसी प्रकार का संक्रमणरोग वर्तमान मुख्य […]