जातिवाद-छुआ छूत के खिलाफ थे बाबा साहब : ऋषभ कात्यायन

          पाली ( हरदोई )- अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद तहसील सवायजपुर ईकाई के पदाधिकारियों द्वारा ऋषभ कात्यायन के नेतृत्व में डॉ भीम राव अम्बेडकर की पुण्य तिथि परिनिर्वाण दिवस को समरसता दिवस के रूप मनाया व संविधान रचयिता बाबा साहब की मूर्ति पर पुष्प माला पहनाई ।
          एबीवीपी के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य ऋषभ कात्यायन ने इनायतपुर में डाक्टर भीमराव अम्बेडकर के जीवन पर प्रकाश डालते हुये उपस्थित लोगों को बताया डॉ भीमराव अम्बेडकर को बाबासाहेब नाम से भी जाना जाता है, जिन्होंने भारत के संबिधान को बनाने में अपना योगदान दिया था । अम्बेडकर जी एक जाने माने राजनेता व प्रख्यात विधिवेत्ता थे । इन्होंने देश में से छुआ छूत, जातिवाद को मिटाने के लिए कई आन्दोलन किये । इन्होंने अपना पूरा जीवन गरीबों को दे दिया, दलित व पिछड़ी जाति के हक के लिए इन्होंने कड़ी मेहनत की । आजादी के बाद पंडित जवाहर लाल नेहरू के कैबिनेट में पहली बार अम्बेडकर जी को लॉ मिनिस्टर बनाया गया था । अपने अच्छे काम व देश के लिए बहुत कुछ करने के लिए अम्बेडकर जी को 1990 में देश के सबसे बड़े सम्मान भारत रत्न से नवाजा गया । इस मौके पर मनीष शुक्ला, विपिन राजपूत, दुर्गेश अग्निहोत्री व अनुराग कुशवाहा मौजूद रहे।