कछौना के महाराजा के स्वागत की तैयारियां हुई तेज, पांच दिवसीय महोत्सव की तैयारी में जुटे आयोजक

कछौना (हरदोई)। आगामी सितंबर माह में गणेश चतुर्थी के पर्व पर जनपद के विभिन्न स्थानों पर प्रथम पूज्य गणपति बप्पा की मूर्तियाँ स्थापित कर महोत्सव का आयोजन होगा। नगर कछौना में विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी गणेश महोत्सव का भव्य आयोजन किया जाएगा। कछौना के महाराजा के स्वागत की तैयारियों को लेकर आयोजक अभी से जुट गए हैं।

नगर कछौना के पुरानी बाजार में गोल बिल्डिंग के पास स्थित खाली पड़ी भूमि पर 12वें भव्य श्री गणेश महोत्सव का आयोजन होगा। महोत्सव के सफल व भव्य आयोजन को लेकर आयोजक समिति सोमेश्वर महादेव सेवादार समिति द्वारा रूपरेखा तैयार कर तैयारियाँ शुरू कर दी गई हैं। गणेश चतुर्थी के शुभ मुहूर्त में कछौना के महाराजा पंडाल में विराजेंगे। 19 सितंबर से 23 सितंबर तक चलने वाले पांच दिवसीय गणेश महोत्सव में विभिन्न भक्तिमय धार्मिक कार्यक्रमों के साथ मनोरंजक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम रहने वाली है। बताया जा रहा है कि इस बार का गणेश महोत्सव बहुत ही भव्य होने वाला है। महोत्सव के आयोजन की दिव्यता और भव्यता को लेकर विचार विमर्श के लिए आयोजक समिति के पदाधिकारियों एवं सदस्यों द्वारा नगर में बीते कई दिनों से बैठकें भी की जा रही हैं। महोत्सव के आयोजन को लेकर नगरवासियों सहित आसपास के ग्रामीणों में अभी से ही खासा उत्साह देखा जा रहा है।

नगर में गणेश महोत्सव के आयोजन की नींव रखने वाले एवं समिति के संस्थापक नेताजी राव मराठा ने बताया कि गणेश चतुर्थी का पर्व नगर के लोगों के लिए पारंपरिक आस्था का पर्व बन चुका है। लोग हर वर्ष इसे इसे होली दिवाली की तरह एक त्यौहार के रूप में मनाते हैं। यही वजह है कि विघ्नहर्ता के आगमन और महोत्सव के आयोजन को लेकर हर वर्ष लोगों में एक अलग ही उत्साह रहता है। उन्होंने बताया कि इस बार पांच दिवसीय बारहवें गणेश महोत्सव के आयोजन की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। कोलकाता से मूर्तिकारों को बुलाकर स्थानीय स्तर पर गणपति बप्पा की अलौकिक एवं भव्य प्रतिमा बनाई जाएगी। जिसे 19 सितंबर को गणेश चतुर्थी के दिन नगर में शोभा यात्रा निकालकर विधि विधान पूर्वक पूजन के बाद पंडाल में स्थापित किया जाएगा। पांच दिनों तक सुबह, शाम महाआरती और भोग प्रसादी के साथ धार्मिक और मनोरंजक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। 23 सितंबर को विसजर्न यात्रा निकालकर मूर्ति विसर्जन के साथ ही महोत्सव का समापन होगा।