देश के लब्ध-प्रतिष्ठ चिन्तक-विचारक, कई राज्योँ के आकाशवाणी-केन्द्रोँ मे कार्यक्रम-अधिशासी इलाहाबाद-दूरदर्शन-केन्द्र मे पूर्व-वरिष्ठ निदेशक श्याम विद्यार्थी अब हमारे बीच नहीँ रहे। उनके अनुज-सम आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय ने बताया कि विद्यार्थी जी १ दिसम्बर को नगर मे ही आयोजित दिनभर के एक कार्यक्रम मे अध्यक्ष की भूमिका मे गये थे, जहाँ वहीँ से उन्हेँ बेचैनी और गैस-समस्या शुरू हो गयी थी। वे वहाँ से अपराह्ण ४ बजे लौटे; परन्तु उसके बाद से उनकी बेचैनी बढ़ने लगी। उनके सीने मे भी दर्द शुरू हो गया, फिर उन्हेँ चिकित्सालय ले जाया गया। सुबह होते ही ४ बजे कालिन्दीपुरम्-स्थित उनके निवास पर शरीरान्त हो गया। शवयात्रा कालिन्दीपुरम् निवास-स्थान से पूर्वाह्ण ९ बजे से रसूलाबाद के लिए प्रस्थान करेगी। विद्यार्थी जी भरा-पूरा परिवार छोड़कर शरीरमुक्त हुए हैँ, जिनमे पत्नी, दो बेटे, एक वधु तथा एक पुत्री शामिल हैँ।
उल्लेखनीय है कि श्याम विद्यार्थी का जन्म १५ अगस्त, १९४९ ई० को उत्तरप्रदेश के फ़र्रुख़ाबाद जिलान्तर्गत कमालगंज कस्बे मे हुआ था। उनके माता-पिता शकुन्तला औदीच्य और पण्डित भीमशंकर औदीच्य विदुषी और विद्वान् थे। श्याम विद्यार्थी ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से हिन्दी और अँगरेज़ी मे स्नातकोत्तर की उपाधि अर्जित की थी। उन्होँने उक्त विश्वविद्यालय से बांग्ला-भाषा मे डिप्लोमा भी प्राप्त किया था तथा राजस्थान विश्वविद्यालय से पत्रकारिता मे परास्नातक डिप्लोमा भी प्राप्त किया था।
विद्यार्थी जी ने लगभग ५ वर्षोँ तक पत्रकारिता और १९ वर्षोँ तक आकाशवाणी और दूरदर्शन के विभिन्न केन्द्रोँ पर दायित्वपूर्ण भूमिका का निर्वहण करते रहे।
श्याम विद्यार्थी की साहित्य के क्षेत्र मे उल्लेखनीय उपलब्धि रही है। ‘आत्मज शब्द’ और ‘आस्था के स्वर’ दो कविता-संग्रह हैँ। उन्होँने संस्मरण के रूप मे ‘ब्रह्मर्षि के० का० शास्त्री और पत्र-साहित्य के रूप मे ‘बिनु पाती सब सून’ (सम्पादक– डॉ० पृथ्वीनाथ पाण्डेय) तथा ‘सुकृति-सुवास’ (समीक्षा), ‘स्मृति-वातायन’ इत्यादिक कृतियोँ के प्रणयन किये थे।
विद्यार्थी जी को ‘मैन ऑफ द ईयर’, ‘वर्ल्ड मेडल ऑफ़ ऑनर’, ‘अक्षर-विभूषण’, ‘मैथिलीशरण गुप्त सम्मान’, ‘सुमित्रानन्दन पन्त पुरस्कार’, ‘हिन्दीभाषा-भूषण सम्मान’, ‘साहित्य-सागर’, ‘ ‘मीडिया-शिखर-सम्मान’, ‘साहित्य-शिरोमणि सम्मान इत्यादिक राष्ट्रीय-अन्तरराष्ट्रीय पुरस्कार-सम्मानो से आभूषित किया गया था।
विद्यार्थी जी इलाहाबाद दूरदर्शन-केन्द्र मे वरिष्ठ निदेशक-पद से सेवानिवृत्त हुए थे।
इस शोकपूर्ण अवसर पर उनके स्वजन उपस्थित थे, जिनमे बीना विद्यार्थी, राम जी औदीच्य, जयशंकर औदीच्य, प्रभाशंकर औदीच्य, प्रणव दवे, प्रत्यूष दवे, प्रज्ञा, जयति, नन्द जी, प्रांजल अवस्थी, आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय आदिक शामिल थे।