पोषण मिशन 120 के द्वितीय चरण में नामित नोडल अधिकारियों की समीक्षा बैठक सम्पन्न, जून 2019 तक जनपद के 38 गाँवो को सुपोषित गाँव बनाया जायेगा

कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी पुलकित खरे की अध्यक्षता में जिला पोषण समिति की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में उन्होंने बताया कि पोषण मिशन 120 के द्वितीय चरण में लिए गये 120 ग्राम पंचायतो में कुपोषित बच्चों की संख्या 1308 लक्षित थी। जिसमें माह जनवरी तक 669 बच्चों को कुपोषण से मुक्त करा लिया गया है । शेष 639 कुपोषित बच्चों को कुपोषणमुक्त कराया जा रहा है।

अब तक 5 गाँवों को कुपोषणमुक्त किया जा चुका है। कुपोषण मुक्त कराये गये गाँवों में बक्सापुर, सड़िला, ककराखेड़ा, गोसवां डोंगा एवं गौरी खालसा हैं। 

उन्होंने कुपोषित गाँवों के नोडल अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए बताया कि कुपोषणमुक्त गाँव में पाये गये लाल श्रेणी के बच्चों को लाल श्रेणी से बाहर निकालना है। जबकि सुपोषित गाँवों का भी लक्ष्य निर्धारित किया गया है । सुपोषित गाँवों में लाल एवं पीली श्रेणी के बच्चों को लक्षित करते हुए उन्हें हरी श्रेणी में लाना है। जून 2019 तक जनपद के 38 गाँवों को सुपोषित गाँव घोषित किया जाना है।

उन्होंने जिला कार्यक्रम अधिकारी बुद्धि मिश्रा से कहा कि पोषण मिशन 120 के प्रथम चरण में लिये गये गाँवों में भी सुपोषित गाँवों को लक्षित करें। 

पोषण मिशन 120 के द्वितीय चरण की समीक्षा करते हुए लापवाही बरतने वाले प्रधान अध्यापकों, आंगनबाड़ी, मुख्य सेविका तथा सीडीपीओ पर विधिक कार्यवाही करने के निर्देश दिये। उन्होंने नोडल अधिकारियों से कहा कि अपने अपने गाँवों में भ्रमण करने से पूर्व ग्राम प्रधान, स्वास्थ्यकर्मी, सीडीपीओ एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्री को एक दिन पूर्व अवश्य सूचित करे। आवश्यकता पड़ने पर कुपोषित बच्चों को बीआरसी पर अवश्य भर्ती करायें। 

इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी एस0के0 रावत, जिला विकास अधिकारी राजितराम मिश्रा, उप निदेशक कृषि आशुतोष कुमार, जिला विद्यालय निरीक्षक वी0के0 दुबे, सहायक निदेशक सूचना कुमकुम शर्मा, परियोजना निदेशक, जिला प्रोबेशन अधिकारी सहित सीडीपीओ, एमओआईसी एवं सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित रहे।