कुपोषण के विरुद्ध लड़ाई में जिन गांवों के प्रधान सहयोग न करें उनके सम्बन्ध में तत्काल जिला पंचायत राज अधिकारी को बतायें – श्री खरे

मिड डे मील शेट की एवं बच्चों के बैठने हेतु बेंच का निर्माण कराये - जिलाधिकारी

                  पोषण मिशन के तहत मिशन 120 के तहत कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी पुलकित खरे ने कुपोषण मुक्त गांव बनाने हेतु नामित अधिकारियों से कहा कि विगत माह में 2114 बच्चें अतिकुपोषित थे परन्तु अधिकारियों के विशेष प्रयासों के चलतें इस माह उनकी संख्या 378 रह गयी है और जनपद के 120 गांवों में से 25 कुपोषण मुक्त हो गये है, इसका श्रेय उन अधिकारियों को जाता है, जिनके अथक प्रयासों से यह उपलब्धि हासिल की जा सकी है।
                  जिलाधिकारी ने कहा कि नामित अधिकारी अपने दोनों गांवों में व्यक्तिगत रूप से जाये और जाने से एक दिन पहले वहां के प्रधान, सीडीपीओ एवं एमओआईसी को अवश्य अवगत करा दें ताकि भ्रमण के दौरान वह लोग भी वहीं मिले और कुपोषित परिवार के बच्चों का माता-पिता को गम्भीरता से समझायें तथा अतिकुपोषित बच्चों का नियमित वजन लेने के साथ पुष्टाहार की उपलब्ध कराया जाये। कुछ अधिकारियों द्वारा प्रधान का सहयोग न मिलने की बात पर जिलाधिकारी ने कहा कि जिन गांवों के प्रधान सहयोग न करें उनके सम्बन्ध में तत्काल जिला पंचायत राज अधिकारी को बतायें और स्कूल या गांव में किसी विभाग की कोई समस्या है उससे सम्बन्धित विभाग के अधिकारी पर फोन पर गांव से ही तत्काल सूचना दें ताकि गांव एवं ग्रामीणों की समस्याओं का त्वरित निस्तारण हो सके।
                    श्री खरे ने कहा कि अधिकारी अपने गांव भ्रमण के दौरान कम से कम आधा दिन अवश्य दें ताकि अतिकुपोषित बच्चों, गर्भवती एवं धात्री महिलाओं के सम्बन्ध में पूर्ण जानकारी मिल सके और उन्हें अपने सामने आगंनबाड़ी केन्द्रों पर पुष्टाहार वितरण करायें। उन्होंने कहा कि अगले माह पोषण मिशन की बैठक प्रेक्षागृह में आयोजित की जायेगी जिसमें कुपोषण से मुक्त हुए गांव के अधिकारियों को सम्मानित किया जायेगा। जिलाधिकारी ने कहा कि जिन अधिकारियों के गांवों में बच्चें कुपोषित रह गये है वह व्यक्तिगत रूप से गांवों का भ्रमण कर प्रधान, सीडीपीओं एवं एमओआईसी के माध्यम से गांव को अगले माह तक कुपोषण मुक्त कराना सुनिश्चित करें।
                      उन्होंने कहा कि अधिकारी अपने गांव के एक-एक आंगनबाड़ी केन्द्र को माडल के रूप में एडीओ पंचायत एवं सीडीपीओ के माध्यम से बनाना सुनिश्चित करेगें जिसमें एक दीवार पर पोषण वृक्ष के तहत योजनाओं की जानकारी एवं उपाय आदि अंकित किये जायेंगे तथा एक कोने में वजन मशीन के साथ ही स्केल वृक्ष बनाया जायेगा और एक दीवार पर बच्चों द्वारा बनाये गये चित्र, लेख, स्लोगन आदि लगाये जाये, एक तरफ पोषण कार्नर बनाया जायेगा जहां बच्चों के ग्रोथ चार्ट, परामर्श पुस्तिका एवं गर्भवती महिलाओं को दिये जाने वाले भोजन की थाली आदि सामान रखा जायेगा। जिलाधिकारी ने कहा कि जिन विद्यालयों में स्थान है वहां अधिकारी एडीओं पंचायत के माध्यम से मिड डे मील शेट की एवं बच्चों के बैठने हेतु बेंच का निर्माण कराये तथा जिन स्कूलों में स्थान नही है वहां के बरामदेे या कक्ष में दीवार से स्लेब बनवाये ताकि बच्चें जमीन पर भोजन न करें। बैठक में उप कृषि निदेशक डा0 आशुतोष कुमार मिश्र, सहायक निदेशक सूचना कुमकुम शर्मा, जिला कार्यक्रम अधिकारी सहित अन्य सभी जिलास्तरीय अधिकारी, सीडीपीओ एवं एमओआईसी आदि मौजूद रहे।