● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय
‘राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ’ ने नरेन्द्र मोदी और अमित शाह को साफ़ शब्दोँ मे’अल्टीमेटम’ दे दिया है :–
नरेन्द्र मोदी अपनी कुर्सी छोड़ेँ वा फिर हमे भा० ज० पा० का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनने देँ। संघ की ओर से मोदी-शाह के साथ छत्तीस के आँकड़ेवाले ‘संजय जोशी’ का नाम राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप मे लाया गया गया है, जिसे मोदी-शाह ने अस्वीकार करते हुए, ‘शिवराज सिँह चौहान’ का नाम सामने कर दिया है, जिस पर अपनी रणनीतिक गुगली फेँकते हुए, शिवराज के नाम को अस्वीकार करते हुए, अब संघ ने ‘वसुधरा राजे’ को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने का मन बना लिया है। देखते हैँ– आगे-आगे होता है क्या?
संघ के एक उच्चपदस्थ अधिकारी ने इस आशय की बात कही है :– जब नरेन्द्र मोदी ने ७५ वर्ष से अधिक की अवस्थावाले राजनेताओँ के लिए राजनीति से संन्यास लेने का नियम बनाया है और इसी नियम का हवाला देकर कई राजनेताओँ को हटाया भी है तब मोदी को भी अपने पद से हट जाना चाहिए।
‘अल्टीमेटम’ की भनक मिलते ही, अमित शाह भागे-भागे नागपुर पहुँचे, जहाँ उन्होँने अपने निकाय-स्तर से लेकर बड़े स्तर तक के कार्यकर्त्ताओँ की बैठक बुलाकर चेतावनी के स्वर बता दिया है कि महाराष्ट्र के चुनाव मे सबको एकजुट रहकर समर्पण भाव से जुट जाना है। यदि किसी ने पार्टी-विरोधी काम किया तो उसकी ख़ैर नहीँ। अब लगने लगा है कि ‘संघ बनाम भारतीय जनता पार्टी’ का विद्रोह देखने को मिल सकता है।
दूसरी ओर, नितिन गडकरी ने प्रधानमन्त्री बनने का अपना दावा ठोँक दिया है। गडकरी ने कहा है, “मै प्रधानमन्त्री-पद के लिए ‘डिज़र्ब’ करता हूँ।”
(सर्वाधिकार सुरक्षित– आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय, प्रयागराज; ३० सितम्बर, २०२४ ईसवी।)