सीना है तेरे सामने, पहले वार करके देख!

डॉ० पृथ्वीनाथ पाण्डेय

डॉ० पृथ्वीनाथ पाण्डेय
(प्रख्यात भाषाविद्-समीक्षक)

ख़ुशियाँ हुईं बरबाद, मुझे कोई ग़म नहीं,
जानता था, तुम सबमें, है कोई कम नहीं।
इत्तिफ़ाक़ था उस रोज़, मिल रहे थे सब गले,
पीठ पे निशाना, लगानेवालों में हम नहीं।
सीना है तेरे सामने, पहले वार करके देख,
तेरे बाज़ुओं में अब, कोई दम-ख़म नहीं।
मासूमों के लाश-संग, तू भी खेलता रहा,
फिर भी तेरे चेहरे पे, कोई पेचोख़म नहीं?
सवाल है, अब कोई, ‘सवाल’ ही न रहा,
तेरे जवाब में भी, कहीं-कोई दम नहीं।
(सर्वाधिकार सुरक्षित : डॉ० पृथ्वीनाथ पाण्डेय, इलाहाबाद; २४ जुलाई, २०१८ ईसवी)