शर्म करो मध्यप्रदेश सरकार

राज सिंह चौहान

आज भारत ने भविष्य के उस खिलाड़ी को खो दिया, जो भारत के सर पर गोल्ड मेडल का ताज सजाता।

मैंने कुछ वक्त पहले लिखा भी था, की शर्म करें मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शर्म करें उनके मंत्री जो युवा खिलाड़ियों के नाम काट कर ख़ुद उनकी जगह अपनी टीम के साथ आस्ट्रेलिया गुलछर्रे उड़ाने गए हैं।

असल मे मध्यप्रदेश से कुछ युवा खिलाड़ी भारत से बाहर ऑस्ट्रेलिया अपने भविष्य के सपनों की उड़ान भरने के लिए आस्ट्रेलिया जाना था,
पर मध्यप्रदेश के मंत्री ने उनमे से कुछ खिलाड़ियों के नाम ही कटवा दिए, क्योंकि उन्हें खुद जाना था।
तो ऐसे में उड़ान भरने से पहले ही मंत्री जी ने अपनी राजनीति की तलवार से खिलाड़ियों के सपनों के पर काट दिए।

कुछ खिलाड़ी गए उनमे से एक नाम था जी हां नीतिशा उर्म महज़ 15 वर्ष ,
था का ज़िक्र इसलिए क्योंकि अब वो इस दुनिया मे नही है। नीतिशा ने सपने भी देखे हौसलों की उड़ान भी भरी और खेलने के लिए जा पहुँची दूर देश ऑस्ट्रेलिया और फिर इतना दूर हो गई की इस दुनिया से की कभी वापिस नही आ पाएगी क्योंकि अब वो इस दुनिया में नही है।

मंत्री , कोच, मंत्री के साथ उनकी सुरक्षा में गए व्यक्ति ये सभी मौजूद थे और नीतिशा अकेले ऑस्ट्रेलिया के एक बीच पर चली गई साथ 4 अन्य खिलाड़ी भी गए, अन्य 4 तो डूबने से बच गए लेकिन नीतिशा वहीं डूब कर मर गई।

सवाल ये की कोच, मंत्री, अन्य साथ गए व्यक्तियों ने खिलाड़ियों को अकेले जाने कैसे दिया?
आख़िर कहाँ थे यह सब? या फिर कहीं अलग सरकार के पैसों पर उड़ा रहे थे गुलछर्रे ?
यक़ीनन गुलछर्रे ही उड़ा रहे होंगे वरना नीतिशा आज ज़िंदा होती।

क्या सिस्टम इतना भ्रष्ट हो चला है कि न देश के भविष्य का ख्याल है, न ही किसी की ज़िंदगी का, क्या मंत्री महोदय को तत्काल प्रभाव से मध्यप्रदेश सरकार को मंत्री मंडल से बाहर नही फेंक देना चाहिए? सवाल बहुतेरे हैं, पर जवाब आज भी कोई नही देगा।

क्योंकि मंत्री शिवराज के करीबी हैं, तो ऐसे में क्या सरकार से कार्यवाही की उम्मीद नीतिशा का परिवार लगा सकता है? शिवराज सरकार मंत्री को हटाए ये तो मुश्किल ही है, मत हटाइए वक्त आता ज़रूर है।
जनता का जब वक्त आएगा तो यकीन मानिए आप के पास हटाने की क्षमता ही छीन लेगी।

भगवान नीतिशा के परिवार को दुःख सहने कि क्षमता प्रदान करें।

शर्म करो मध्यप्रदेश सरकार।