गोमाता की रक्षा करना हमारा परम धर्म : पं. श्री अरविंद कुमार आचार्य

भवानीमंडी: शिवपुरी मध्यप्रदेश करेरा-तहसील के अंतर्गत ग्राम टोड़ा करैरा में चल रही श्रीमद्भागवत कथा  में कथा व्यास पं. श्री अरविंद कुमार आचार्य जी ने पूतना वध व माखन चोरी की लीला का वर्णन किया । इसके पश्चात आचार्य जी ने गिरिराज जी की कथा का विस्तृत वर्णन करते हुये कहा कि गाय कीरक्षा करना प्रत्येक मनुष्य का धर्म है । गो माता की सेवा करने से परमात्मा प्रसन्न होते हैं ।

लेकिन आजकल का मानव गो माता को छोड़कर बाकी सब की सेवा कर रहा है । गोमाता मनुष्य की रक्षा करने के लिए पृथ्वी पर आई हैं । गोमूत्र और गोबर हजारों रोगों को मिटाता है । इसलिए सदैव गो रक्षा के लिए कार्य करना चाहिए। गो माता धर्म, अर्थ, काम व मोक्ष चारों पदार्थ प्राप्त करा सकती हैं । गंगा सभी के पाप दूर करती है लेकिन गंगा मां के पाप गोमाता दूर करती है ।

आचार्य ने बताया कि भगवान श्रीकृष्ण ने गोवर्धन की पूजा इसलिए कराई जिससे गायों की वृद्धि हो जाए । मनुष्यों की श्रद्धा बढ़े। वैज्ञानिक भी इस बात को मानते हैं कि गाय के भीतर इतनी क्षमता है कि वह हजारों रोगों को मिटा सकती है । आचार्य ने गोवर्धन लीला के साथ में भगवान की बाल लीलाओं का वर्णन किया।

कथा के साथ  श्री श्री 1008 श्री आशुतोष भगवान शिव शंकर की प्राण प्रतिष्ठा पंडित श्री जगदीश प्रसाद शास्त्री जी के द्वारा संपन्न कराई जाएगी । कथा के अंत में प्रधान यजमान श्रीमती राजेश्वरी, रामगोपाल दुबे द्वारा आरती की गई । तत्पश्चात प्रसाद वितरण किया गया । समस्त ग्रामवासियों के सहयोग से चल रही भागवत कथा 06 जुलाई तक चलेगी।