सेटिंगबाज़ महिला बहुत शातिर निकली!..?

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय

अनामिका शुक्ला (पुत्री सुभाष शुक्ला) :– अनामिका सिंह, प्रिया सिंह, सुप्रिया सिंह, प्रिया जाटव (पुत्री महीपाल सिंह) और अब रीना (पुत्री चन्द्रभान सिंह) …….

पहले फ़र्रुख़ाबाद के किसी गाँव की निवासिनी, मैनपुरी की और अब कायमगंज के रजपालपुर, लखनपुर की रहनेवाली।
एक लाख रुपये लेकर इसको नौकरी दिलानेवाला पहले राज नामक व्यक्ति था; अब महिला अध्यापक नीतू है। अभी ऊपर की बातों में बहुत झोल है।

अब इस फ़र्ज़ीवाड़े के अन्तर्गत जो भी विद्यालय, विभाग आदिक के अधिकारी आ रहे हों, सभी के विरुद्ध सघन जाँच करायी जाये। इतना ही नहीं, इस विषय पर गम्भीरता बरती जाये कि प्रथम दृष्ट्या उक्त अपराधिन के शेष २४ विद्यालयों में हाज़िरी लेने और उसकी पुष्टि करने का दायित्व किस पर था। इसकी भी जाँच करायी जाये।

उत्तरप्रदेश की प्रत्येक स्तर की शिक्षणसंस्थाओं में कार्यरत समस्त अध्यापकों के दस्तावेज़ों की जाँच कराया जाना अब बहुत ज़रूरी हो गया है।

(सर्वाधिकार सुरक्षित– आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय, प्रयागराज; ८ जून, २०२० ईसवी)