करीमगंज, असोम में बी०जे०पी० उम्मीदवार की कार में बड़ी संख्या में ई०वी०एम० कैसे मिलीं?

★ आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय

१ अप्रैल को पाथरकाण्डी/पथराकाण्डी, असोम से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार कृष्णेन्दु पाल के वाहन ‘बोलेरो’ में बड़ी संख्या में ई० वी० एम० (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) मिली थीं। ये मशीनें तब मिली थीं जब असोम के दूसरे चरण का मतदान समाप्त हो चुका था। वे मशीनें पाथरकाण्डी ले जायी जा रही थीं। इसमें ज़िला चुनाव आयोग के अधिकारियों की संलिप्तता से इन्कार नहीं किया जा सकता। चुनाव आयोग ने सफ़ाई दी है कि आयोग का वाहन ख़राब हो जाने से किसी प्राइवेट गाड़ी का सहारा लिया गया था। ऐसे में, अनेक प्रश्न उठते हैं– जब चुनाव आयोग का वाहन ख़राब हो गया था तब अज्ञात वाहन का सहारा क्यों लिया गया था? क्या आयोग अधिकारी अपना दूसरा वाहन नहीं मँगा सकते थे? जब चुनाव आयोग अधिकारियों ने अज्ञात व्यक्ति के वाहन में ई० वी० एम० रखवाये थे, उससे पूर्व वह कथित वाहन किसका है, इसकी सप्रमाण जानकारी क्यों नहीं ली गयी थी? उन्हें करीमग़ज, असोम चुनाव-क्षेत्र के भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी का ही वाहन मिला था?

यह विषय अति गम्भीर है और इससे यह भी सिद्ध होता है कि भारतीय जनता पार्टी के नेता प्रत्येक चुनाव में इसी तरह की अनियमितता कर चुनाव जीतते आ रहे हैं।

(सर्वाधिकार सुरक्षित– आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय, प्रयागराज; २ अप्रैल, २०२१ ईसवी।)