भारत का ‘कबड्डी मास्टर्स टूर्नामेण्ट’ के फाइनल में प्रवेश

३० जून को फ़ाइनल में ईरान के साथ मुक़ाबला

डॉ० पृथ्वीनाथ पाण्डेय


अन्तत:, कल (२९ जून,.२०१८ ईसवी) भारत ने सेमी फ़ाइनल में कोरिया गणराज्य को ३६-१६ से पराजित कर, ‘कबड्डी मास्टर्स टूर्नामेण्ट २०१८’ के फ़ाइनल में प्रवेश कर लिया है; जबकि एकपक्षीय पहले सेमी फ़ाइनल के मुक़ाबले में ईरान ने पाकिस्तान को ४०-२१ से पराजित कर, फ़ाइनल में अपना स्थान बना लिया था। इस प्रकार अब फ़ाइनल-मुक़ाबले में भारत को ईरान के साथ भिड़ना होगा।

‘अल वल स्पोर्ट्स क्लब’ दुबई में जब सेमी फ़ाइनल मैच में भारत अजय ठाकुर और कोरिया गणराज्य जैंग कुन ली के नेतृत्व में खेल रहा था तब आरम्भ में कोरिया गणराज्य का पलड़ा भारी दिख रहा था; कारण कि पहले हाफ में भारतीय दल ३-७ अंकों से पिछड़ रहा था। वह मुक़ाबला इतना संघर्षपूर्ण हो गया था कि मात्र एक अंक की अग्रता भारत को छठे मिनिट में मिल पायी थी। उसके बाद भारत की अग्रता तेज़ी में बढ़ती रही। प्रथम हाफ की समाप्ति के ५ मिनिट-पूर्व भारत ने कोरिया गणराज्य के सभी खिलाड़ियों को पराजित कर यानी आल आऊट कर, अपने अंकों में प्रभावकारी वृद्धि कर ली थी। विश्व के शीर्षस्थ खिलाड़ी प्रदीप नारवाल का जलवा नहीं दिख रहा था; वहीं पहले हाफ में रिशांग देवाडिगा भी नहीं चल पाये थे। पहले हाफ तक भारत १७-१० यानी ७ अंकों से आगे था, जो कि निर्णायक बढ़त नहीं थी। कोरिया गणराज्य भारत को इसलिए टक्कर देता दिख रहा था, क्योंकि उसका कप्तान और विश्व के सबसे फुर्तीले खिलाड़ी जैंग कुन ली को भारतीय खिलाड़ी एक बार भी आऊट नहीं कर सके।

दूसरे और अन्तिम हाफ में भारत ने अपनी रक्षा-प्रतिरक्षानीति में परिवर्त्तन किया था। यही कारण है कि दूसरे हाफ में कोरिया गणराज्य के कबड्डी-खिलाड़ियों के मेरुदण्ड के रूप में सिद्ध हो रहे जैंग कुन ली को अपना निशाना बनाते हुए, उन्हें दो बार ‘टैकिल’ कर बाहर का रास्ता दिखाया था।

दूसरे हाफ में रिशांग देवाडिगा ने अपना प्रभाव दिखाना शुरू किया था। दूसरी ओर, गिरीश मारुति ने ८ टैकिल में से ७ टैकिल पॉइण्ट अर्जित किया था।

जब इस सेमी फ़ाइनल का मुक़ाबला चल रहा था तब ईरान के प्रशिक्षक देख रहे थे। मुक़ाबले पर उनकी पैनी निगाहें थीं; फिर होती क्यों नहीं, उन्हें मालूम था कि फाइनल में उनका मुक़ाबला भारत के साथ ही होगा। ऐसा इसलिए कि विश्व-कबड्डी में भारत के वर्चस्व को ईरान चुनौती देता आ रहा है। कल (३० जून) का दोनों देशों के बीच जब फ़ाइनल मैच होगा तब संघर्ष परवान चढ़ता नज़र आयेगा।

(सर्वाधिकार सुरक्षित : डॉ० पृथ्वीनाथ पाण्डेय, इलाहाबाद; २९ जून, २०१८ ईसवी)