विश्व धरोहर दिवस पर विशेष
क़ुतुब परिसर– कुतुब परिसर दक्षिणी दिल्ली के महरौली नामक स्थान पर स्थित है। यह परिसर वर्तमान में जिस स्थान पर है, वह पहले कभी दिल्ली के अंतिम हिंदू शासक पृथ्वीराज चौहान की राजधानी लालकोट हुआ […]
क़ुतुब परिसर– कुतुब परिसर दक्षिणी दिल्ली के महरौली नामक स्थान पर स्थित है। यह परिसर वर्तमान में जिस स्थान पर है, वह पहले कभी दिल्ली के अंतिम हिंदू शासक पृथ्वीराज चौहान की राजधानी लालकोट हुआ […]
फागुन का अर्थ है मस्ती, होली का अर्थ है अपने तमाम तनावों , चिंताओं और परेशानियों को एक कोने पर रख कर फाग, भांग और रंगों के सुरूर में डूब जाना। शायद इसीलिए होली पूरे […]
Aditya Tripathi (Teacher/Writer)– Once upon a time, in the vibrant kingdom of Ramnathpuram, a remarkable woman named Velu Nachiyar was born in the year 1730. Little did anyone know that she would go on to […]
Ancient religious scriptures often describe “the path worth following” as true dharma. However, in the context of today’s world, dharma seems to be overshadowed by mere pretense. We avoid criticizing any religion or discussing its […]
कातिक आने को है !! सुबह घास में पड़ने वाली ओस सूरज की पहली किरण पड़ते ही मोतियों सी चमकने लगी है। अब सुबह -शाम ठंडक बढ़ने लगी है । अजिया ने कल ही सारे […]
पौराणिक मान्यता है कि विजयदशमी की तिथि को भगवान श्रीराम ने अत्याचारी रावण का वध किया तो संसार को एक पापात्मा से मुक्ति मिली। लेकिन भगवान श्रीराम के ऊपर ब्रहम हत्या का पाप भी लग […]
आज (१५ अक्तूबर) निराला का निधन-दिनांक है इलाहाबाद का नाम आते ही प्रथम पंक्ति मे जिस सारस्वत हस्ताक्षर का नाम-रूप दिखता है, वह है, सूर्यकान्त त्रिपाठी ‘निराला’ का। मेदिनी, पश्चिमबंगाल मे जन्म लेनेवाले सूर्यकुमार ने […]
‘सर्जनपीठ’ और ‘भारती भवन पुस्तकालय’ के संयुक्त तत्त्वावधान मे हिन्दी-पक्ष (हिन्दी-पखवाड़ा) के अवसर पर मुक्त मीडिया (सोसल मीडिया) मे हिन्दी : कितनी हिन्दी?’ विषय पर १७ सितम्बर को मध्याह्न १२ बजे से ‘भारती भवन पुस्तकालय […]
Raghavendra Kumar Tripathi Raghav : In this fast-paced and ever-changing world, we often find ourselves surrounded by a multitude of acquaintances and digital connections. However, amidst this sea of faces, one gem stands out—the true […]
● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय आज (८ जुलाई) पश्चिमबंगाल मे कराये जा रहे पंचायत-चुनाव मे आठ कार्यकर्त्ताओं की हत्या की जाने की सूचना मिली है। इसमे कूच बिहार, मुर्शिदाबाद तथा मालदा के मतदान-केन्द्रों मे तृणमूल […]
On 24th May, the occasion of the birth anniversary of Maj Sudhir Kumar Walia AC SM, his family and friends organised the unveiling of ‘COOMAR’ The Story of Maj Sudhir Kumar Walia AC SM, a […]
हर साल ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को गंगा दशहरा मनाया जाता है। वहीं इस बार गंगा दशहरा दिनांक 30 मई दिन मंगलवार को है। इस दिन मां दुर्गा की विधि-विधान के […]
कछौना, हरदोई। गर्भ से ही बच्चों के कुपोषण को दूर करने के लिए सरकार ने बाल विकास पुष्टाहार विभाग को जिम्मेदारी सौंपी। लेकिन शासन-प्रशासन की उदासीनता के चलते वह खुद कुपोषित है। केंद्रों पर अव्यवस्थाओं […]
अरावली के कुछ क्षेत्रों (अजमेर, राजसमंद आदि जिलों) में होलिका दहन की एक विचित्र परंपरा है। यहां पर किसी साबुत पेड़ की डालियां, पत्ते आदि काटकर उस पर सूखी घास लपेट दी जाती है। आजकल […]
लोक संस्कृति की धरोहर मुनाल के पांच दिवसीय महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। महोत्सव के द्वितीय दिवस पंडित गोविंद बल्लभ पंत पर्वतीय सांस्कृतिक उपवन में आयोजित हो रहे कार्यक्रम में लुप्त हो रही […]
न्यायप्रेमी इस आर्टिकल को ध्यान से पढ़े व मनन करें। आजकल की पूजा-पाठ को ही लोग धर्म समझ बैठे हैं..!किसी की पूजा और कोई विशेष तरह की उपासना या साधना या विशेष प्रकार का वस्त्र […]
बहुत ‘पुण्य’ करने पर ही ‘न्याय’ प्राप्त होता है।बहुत ‘न्याय’ करने पर ‘प्रेम’ प्राप्त होता है।बहुत ‘प्रेम करने पर ‘सत्य’ प्राप्त होता है।सत्य ही परम उपलब्धि है। सत्य उपलब्ध होने पर मानव जीवन पूर्णता को […]
पं० हेरम्ब मिश्र-स्मृति पत्रकारिता-संस्थान’, मालवीय नगर, प्रयागराज की ओर से देश के मूर्द्धन्य पत्रकार और लेखक स्मृति-शेष पं० हेरम्ब मिश्र की २२वीं पुण्यतिथि के अवसर पर १७ दिसम्बर को संस्थान-कार्यालय-कक्ष मे उनके व्यक्तित्व और कर्तृत्व […]
‘सर्जनपीठ’, प्रयागराज का आन्तर्जालिक राष्ट्रीय बौद्धिक परिसंवाद-समारोह (पुनः प्रेषित– यह समारोह दो वर्ष पूर्व 27 अक्टूबर, 2020 ईसवी मे आयोजित हुआ था)। ‘बौद्धिक, शैक्षिक, सांस्कृतिक, साहित्यिक तथा सामाजिक संस्था ‘सर्जनपीठ’, प्रयागराज के तत्त्वावधान में एक […]
ज्योतिषी अटलांटा कश्यप कहती हैं पृथ्वी पर हमारे पास मुख्यरूप से 03 स्थानों पर एलियंस हैं, भारत उनमें से एक है। अटलांटा ने वैज्ञानिक को उसे गलत साबित करने की खुली चुनौती दी है। सूत्रों […]
● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय कुछ लोग एक मंच पर खड़े हैं। देखने मे तो कथित क़िस्म के नेता ही लग रहे ह़ैं। मंच के सामने उत्तरप्रदेश के मुख्यमन्त्री आदित्यनाथ योगी का चेहरा भी दिखाया […]
सच पूछो तो मुझे आमिर-गरीब, हकला-लंगड़ा, नशेड़ी-गंजेड़ी किसी भी खान या पठान से कोई शिकायत नहीं है। क्योंकि यह लोग वही कर रहे हैं जो उनका मजहब उन्हें सिखाता है। बस अंतर यह कि कोई […]
वह दिन आज भी जेहन में है; जिसके हम सभी साक्षी थे। कुर्ता चाहे जिस रंग का हो; पसीने से लगकर और गाढ़ा रंग धर लेता था। थी ही ऐसी भीषण गर्मी! हाँ सुकून बस […]
आमजन की सोच है कि राजनीति दलदल है, कीचड़ है, ये अच्छे लोगों का काम नहीं। नेता का अर्थ वह व्यक्ति जिसका कोई दीन-ईमान नहीं होता। लोगों की इस सोच के कारण ही एक ईमानदार […]
90 के दशक में मैथ के साथ साइंस साइड लेकर 12वीं करने वाले हम अधेड़ों से गणित के अत्याचार की कहानी सुनिए। तब इंटरमीडिएट की परीक्षा में 11वीं और 12 दोनों का सिलेबस शामिल रहता […]
1854 में क्रीमियन युद्ध में फ्लोरेंस को “लैंप वाली महिला” (The Lady with a Lamp) का उपनाम द टाइम्स अखबार में छपी इस ख़बर के आधार पर मिल गया; “वह तो साक्षात् देवदूत है। दुर्गन्ध […]
कल मजदूर दिवस था इसलिए सोचा कुछ लिखूँअतः यह आर्टिकल मेरे शारीरिक/मानसिक/भावनात्मक/चेतनात्मक श्रमिक भाइयों/बहनों/माताओं/बुजुर्गों को समर्पित है जो पिछले हज़ारों सालों से अपना पारिश्रमिक लुटवा रहे हैं धूर्त सरकारों व उनके डाकू उद्यमियों द्वारा .. […]
किसी भी राज्य में प्रति ग्रामपंचायत स्तर पर त्रिकोणीय अर्थव्यवस्था के अंतर्गत सरकार की 33% हिस्सेदारी व 100% सहयोग से चलने वाले “सामाजिक उद्यम” की विशेषताएं– 1◆ सामाजिक उद्यम ग्राम पंचायत के समूह विशेष के […]
★ आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय हमने उत्तरप्रदेश-विधानसभा-चुनाव-परिणाम-प्रक्रिया का गहन अध्ययन करते हुए, यह तीव्रतापूर्वक अनुभव कर लिया है कि उत्तरप्रदेश का चुनाव ‘लोकतन्त्र बनाम ‘मोदी ऐण्ड कम्पनी’ हो चुका है। यही कारण है कि कथित […]
राष्ट्रीय सेवा योजना, सिदो कान्हु मुर्मू विश्वविद्यालय दुमका पीजी इकाई ०१ के कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ० अजय शुक्ल के द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ विषय पर एक दिवसीय ऑनलाईन वेबीनार का आयोजन १७ फ़रवरी को प्रयागराज […]
★ आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय विश्वगुरु नरेन्द्र मोदी ने काँग्रेस पार्टी पर व्यंग्य करते हुए अपने राजनैतिक ज्ञान और सामान्य ज्ञान का इस प्रकार से परिचय दिया है– ● इन्दिरा गांधी और बेनज़ीर भुट्टो ने […]
★ आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय वर्ष २०१२, २०१७ तथा २०१९ के उत्तरप्रदेश-चुनावी गणित समझें– पश्चिमी उत्तरप्रदेश के प्रथम चरण मे जिस दल को सर्वाधिक सीटें मिली थीं, उसी की सरकार गठित की गयी थी।प्रत्येक चुनाव […]
आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय के मार्गदर्शन मे एक लिपिकीय परीक्षा से लेकर प्रशासनिक सेवा-परीक्षाओं मे पिछले कुछ दशकों से अनिवार्य और ऐच्छिक विषयों के प्रश्नपत्रों में जिस तरह के और जिस तरह से प्रश्नों के […]
★ आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय उत्तरप्रदेश मे जितने भी विधायक-पद के प्रत्याशी हैं, उनसे हिन्दी और अँगरेज़ी मे विधायक का संक्षेपसूचक शब्द और उनका पूर्ण रूप लिखवाकर तथा अँगरेज़ी मे विधायक को क्या कहते हैं, […]
About our Guest Vydehi Paravada– Vydehi Paravada is an Author and IT professional. Hails from Visakhapatnam, Andhra Pradesh. Her fondness towards literature made her pen down her thoughts. Her debut novel “Left Untold” stood as […]
लगभग बोगस बजट। समझदारी और मूर्खता का समुच्चय, पर मूर्खता का प्रतिशत ज़्यादा है। महिलाओं का ख़याल किया गया है और गहने वगैरह कुछ सस्ते हो सकते हैं, जो बुरा नहीं है। ई-विद्या की योजना […]
★ आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय अपर्णा यादव का भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता लेना अकारण नहीं है, बल्कि इसके पीछे उसकी सोची-समझी चाल है। यह तो सभी जानते हैं कि मुलायम सिंह यादव की दो […]
★ आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय देश के अधिकतर राजनेता लोकतन्त्र की हत्या कर चुके हैं। उच्चतम न्यायालय को चाहिए कि जिस भी दल के राजनेता और उनके प्रवक्ता बेहद जाहिल और लम्पट रूप मे विचार […]
★ आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय चुनाव आयोग-अधिकारी ग़ुलाम बन चुके हैं; पाँच राज्यों के लिए होनेवाले विधानसभाचुनावों की तिथि घोषित करने का साहस नहीं कर पा रहे हैं तथा आक्रामक और निर्लज्ज दिख रहीं चुनावी […]
“लकीर की फ़कीर हूँ मैं, उसका कोई गम नहीं। नहीं धन तो क्या हुआ, इज्ज़त तो मेरी कम नहीं!” यह पंक्तियां हैं सिंधुताई की, जो जीता- जागता प्रमाण हैं जीवन की मुश्किलों से लड़कर हजारों […]
★ आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय नरेन्द्र मोदी को आज (५ जनवरी) पंजाब मे पहुँचकर वहाँ की जनता के लिए कुछ चुनावी घोषणा भी करनी थी। उनकी सुरक्षा की सारी ज़िम्मादारी केन्द्रीय एजेंसियों पर थी; ‘मिनट-टु-मिनट’ […]
नववर्ष में हिन्दीभाषा की शुद्धता के प्रति समाज को हमारे साहित्यकार, अध्यापक तथा पत्रकार-वर्ग जागरूक करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसका लक्षण उस समय दिखा जिस समय ‘सर्जनपीठ’, प्रयागराज की ओर से नववर्ष की पूर्व-सन्ध्या […]
ज्वलन्त ०——- ★ आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय हमारे विद्यार्थियों के साथ मुलायम-सरकार से लेकर योगी-सरकार तक लगभग पच्चीस परीक्षाओं के प्रश्नपत्र परीक्षाओं से पूर्व सार्वजनिक होते आ रहे हैं। इसका कारण क्या है? यदि अपराधियों […]
★ आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय उत्तरप्रदेश में संविदा पर रखे गये जिन कोरोना-उपचारकर्मियों को प्रतिदिन ३०० रुपये प्रोत्साहनराशि देने की घोषणा की गयी थी, उन्हें अब तक एक पैसा नहीं दिया गया है, क्यों? उन […]
राघवेन्द्र कुमार त्रिपाठी ‘राघव’ : उत्तरप्रदेश लोक सेवा आयोग-द्वारा गत २४ अक्तूबर को आयोजित ‘सम्मिलित राज्य-प्रवर अधीनस्थ सेवा, सहायक वनसंरक्षक, क्षेत्रीय वन-अधिकारी २०२१’ परीक्षा की ‘सामान्य हिन्दी/हिन्दी-भाषा’ से सम्बन्धित प्रश्नों और उनके उत्तर-विकल्प को लेकर […]
★ समीक्षक– आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय ‘टी-20′ विश्व कप क्रिकेट-प्रतियोगिता’ में भारत की पाकिस्तान से पराजय के लिए तीव्र गेंदबाज़ मु० शमी को मज़हब के आधार पर उत्तरदायी ठहराना, दूषित मानसिकता का परिचायक है। सच […]
★ आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय कल (२५ अक्तूबर) उ० प्र० पी० सी० एस० (प्रा०) परीक्षा : २०२१ आयोजित की गयी थी। सामान्य हिन्दीप्रश्नपत्र कैसे तैयार किया जाता है, इसकी बिलकुल समझ नहीं दिखी। मैं अतिशीघ्र […]
———-० ज्वलन्त ०——– ★ आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय गत १३ अक्तूबर और उसके बाद से बांग्लादेश में जिस प्रकार का साम्प्रदायिक उन्माद फैलाया गया था, उससे कई हिन्दू-परिवारों के प्रति नृशंस हिंसा तथा अमानवीय कृत्य […]
★ आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय आज प्रत्येक क्षेत्र में प्रतिद्वन्द्विता है, प्रतियोगिता है तथा प्रतिस्पर्द्धा भी। ‘मुद्रित माध्यम’ (समाचारपत्र-पत्रिकाएँ) भी इनसे अछूती नहीं है। किसी भी समाचारपत्र अथवा पत्रिका के पन्ने पलटते जाइए, फिर आप […]
मीडिया का बीभत्स चरित्र! ★ आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय देश के मीडियातन्त्र की बेईमान नज़रों का जीता-जागता उदाहरण पिछले सितम्बर-माह में देखा गया था। घटना ‘न्यू इण्डिया की मोदी-सरकार’ चलानेवाले देश के अभूतपूर्व चाय-दुकानदार और […]
“सह (साथ) + वर्ण (वरीय/सुपात्र) = सवर्ण (वरीयता/सुपात्रता के साथ)”। जिस प्राणी अर्थात मनुष्य का मानवजीवनविकास के चारों आयाम (4Q’s अर्थात शारीरिक-PQ/मानसिक-IQ/भावनात्मक-EQ/चेतनात्मक-SQ) पूर्णतः विकसित हों या अधिकांश रूप से विकसित हों उन्हे ही सवर्ण की […]
★ आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय कुछ दिनों से एक ऐसे ऐतिहासिक नगर में हूँ, जहाँ ‘महब्बत का विश्वप्रसिद्ध अनुपम प्रतीक’ देखते ही बनता है। यह नगर मेरे लिए इसलिए भी अनन्य है कि देश की […]
उत्तर प्रदेश आबादी की दृष्टि से देश का सबसे बड़ा राज्य है। इसकी जनसंख्या विश्व के अनेक देशों से भी बहुत ज्यादा है। इस दृष्टिकोण से देंखें तो प्रदेश की वर्तमान सरकार के विगत साढ़े […]
★ आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय कल्याण सिंह जब स्वस्थ थे तब उनको जो सम्मान मिलने चाहिए थे, मिले ही नहीं। जैसे अटलबिहारी वाजपेयी की उपेक्षा की गयी थी और मृत्यु के बाद कसीदे गढ़े और […]
राघवेन्द्र कुमार त्रिपाठी “राघव”- जब अकर्मण्यता को छिपाकर जीवन जीने के लिए आवश्यक संसाधनों को सच्चाई और पुरुषार्थ से जुटाने की बजाय हिंसा से छीन लिया जाता हैए चोरी कही जाती है । इससे चोर […]
Raghavendra Kumar Tripathi ‘Raghav’ : The Yogi government is providing free training to the youth of Scheduled Caste and Scheduled Tribe for civil and another examinations with the aim of increasing the representation of Scheduled […]
स्मृति-वातायन ०——– — आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय डॉ० अब्दुल कलाम प्रेय थे तो श्रेय भी। उन्होंने जब राष्ट्रपति-पद की शपथ ली थी तब अपने ओजस्वी सम्बोधन में जो कुछ कहा था, उससे ही प्रतीत हो […]
— आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय गुरु ‘गुरु’ ही है। जैसे ही कोई शिष्य यह विचार कर विद्या ग्रहण करता है कि वह अपने ‘गुरु’ की सिद्धि का अतिक्रमण कर स्वयं को सिद्ध करेगा, वैसे ही […]
★ आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय आज १८ जुलाई है; और आज ही की तिथि (१८ जुलाई, १९१८ ईसवी) में दक्षिणअफ़्रीका में रंगभेद के विरुद्ध महाक्रान्तिधर्मी रोलिहलाहला नेल्सन मण्डेला का जन्म हुआ था। क्रान्तिदूत नेल्सन मण्डेला […]
राजेश पुरोहित डिब्रूगढ़ (असम):- हिंददेश परिवार संसार को सुंदर और खुशहाल बनाने के लिए दृढसंकल्पित है। साहित्यि के माध्यम से इस पवित्र कार्य को किया जा रहा है। संसार के कई देशों में इसकी इकाइयों […]
★ आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय “पत्रकारिता की भाषा ‘आम आदमी’ की हो।” एक कथोपकथन (संवाद) के दौरान प्रतिष्ठित पत्रकार प्रभाष जोशी जी ने कभी मुझसे कहा था। पत्रकारिता की भाषा आम आदमी की हो और […]
गामा पहलवान को गूगल कीजिये, तो आपको बताया जाएगा कि गामा पहलवान, जीवन में किसी से नहीं हारे, लेकिन ये सत्य नहीं है | गामा पहलवान का असली नाम ग़ुलाम मुहम्मद बख्श था | भारत […]
‘हिन्दी साहित्य सम्मेलन’ और ‘सर्जनपीठ’ का संयुक्त राष्ट्रीय आयोजन ‘हिन्दी साहित्य सम्मेलन’ और ‘सर्जनपीठ’ के संयुक्त तत्त्वावधान में कल (२७ मई) प्रयागराज से विद्वान् पं० प्रभात शास्त्री की १०३वीं जन्मतिथि के अवसर पर ‘आचार्य पं० […]
● आज (३ मई) ‘विश्व प्रेस स्वाधीनता-दिवस’ है। ★ आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय ‘पत्रकारिता के क्षेत्र में एक साप्ताहिक समाचारपत्र से लेकर दैनिक समाचारपत्रों में कार्य करने के अनुभव ने मेरे जीवन को वैश्विक रूप […]
★ आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय निवर्तमान न्यायाधीश, जो कभी स्वयं न्यायाधीश के आसन पर बैठकर ‘न्यायगाथा’ लिखा करते थे, उनके साथ समय ने एक ऐसा ‘क्रूर छल’ किया है, जो हमारे मन-प्राण को भीतर तक […]
★ आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय आप गीत, ग़ज़ल, कविता, दोहा, विचार आदिक में आदर्शवाद की बात बिलकुल न करें; तीज-त्योहार के वर्णन करने में समय का अपव्यय न करें और न ही अपने भीतर के […]
दिन-रात बन जायेगा ये समय ना वापस आएगा ।जो यादों में रह जायेगा वो अपना सा बन जायेगा ।लेकिन हर रात का वो सपना वापस ना आएगा ।लेकिन हीरोज़ इग्नोटम नाइट्स में जो आएगा ।वो […]
अंजली तिवारी कहते है कामयाबी की कोई सीमा नही होती और न ही कामयाबी के लिए कोई लक्ष्मण रेखा ही बनी है । ये तो बस एक खुश्बू की तरह पूरे विश्व में फैल जाती […]
★ आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय ‘न्यू इण्डिया की मोदी-सरकार’ का ‘वास्तविक चरित्र’ उसके गठन के ठीक बाद से प्रतिदिन किसी-न-किसी रूप में सामने आता रहा है। इस कथित सरकार ने बैंकिंग प्रणाली को पूरी तरह […]
डॉ. राजेश कुमार शर्मा पुरोहित फाल्गुन मास में होली प्रतिवर्ष बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाई जाती है। हिन्दुओं के प्रमुख त्योहारों में होली का विशेष महत्व है। होली का त्योहार वैदिक काल से मनाया जाता […]
अंजलि तिवारी : ● सफलता एक ऐसी लौ है जो आग मे भी छिपती नहीसफलता ऐसा पानी है जो बारिश मे भी खो जाता नही और सफलता के लिए दो चीज़े महत्त्वपूर्ण है ‘लगन और कड़ी […]
शाश्वत तिवारी लखनऊ : फिक्की फ्लो लखनऊ ने आज प्रसिद्ध लेखिका तारा कौशल के साथ एक आभासी बातचीत का आयोजन किया, जिसमे महिलाओं के खिलाफ होने वाले यौन अपराध विषय पर विस्तार से चर्चा की […]
— आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय सचमुच, वे लोग अतिशय कृतघ्न हैं, जो ‘रोमन कैलेण्डर’ के तिथि, दिन तथा वर्ष के अनुसार ही ‘जीवन’ और ‘मरण’ के सभी कृत्य निष्पादित-सम्पादित करते-कराते हैं और जैसे ही ‘अवसर’ […]
‘मुक्त मीडिया’ का ‘आज’ का सम्पादकीय ★ आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय आज यदि किसान-आन्दोलन-वार्त्ता का पाँचवाँ दौर परिणामरहित रहा। ऐसे में, सरकार को चाहिए कि वह किसानों के लिए बनाये गये अधिनियम को निरस्त कर, […]
‘संविधान-दिवस’ के अवसर पर ‘सर्जनपीठ’, प्रयागराज के तत्त्वावधान में ‘संवैधानिक संस्थाओं और संविधान का दुरुपयोग : एक गम्भीर प्रश्न’ विषय पर’ २६ नवम्बर को प्रयागराज में एक आन्तर्जालिक राष्ट्रीय बौद्धिक परिसंवाद का आयोजन किया गया। […]
शाश्वत तिवारी : हाँ । खुश होने की बात तो है ही कि आदि काल से चली आ रही इस अद्भुत कला को दोबारा जिंदगी मिल रही है। लखनऊ में आयोजित हुए ‘माटी कला मेला’ […]
राघवेन्द्र कुमार त्रिपाठी ‘राघव’ ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट की, जिस पर विचार-विमर्श भी किया गया । आप भी इस विचार-विनिमय में प्रतिभाग कर सकते हैं । प्रस्तुत है विमर्श की संक्षिप्त बातें… राघवेन्द्र […]
■ आज ही की तारीख़ में इसे सार्वजनिक किया था । ● उत्तरप्रदेश लोकसेवा आयोग ने खड़ा किया ‘भयंकर अशुद्धियों’ का पहाड़! — आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय (भाषाविद्-समीक्षक) दशकों से उत्तरप्रदेश लोकसेवा आयोग की अयोग्यता […]
अभूतपूर्व आत्मविश्वास और कठिनतर परिस्थितियों में भी धैर्य खोये बिना स्वविवेक से निर्णय करने की सामर्थ्य और क्षमता-जैसे विलक्षण गुणों ने ही श्रीमती इन्दिरा गान्धी को राजनीति के शीर्ष शिखर पर समासीन कराया था। वे […]
‘मुक्त मीडिया’ का ‘आज’ का सम्पादकीय — आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय आज जिधर देखिए उधर, ‘पलायनवादी आक्रोश’। चेहरे निस्तेज; हथेलियों की आग बुझी हुई। दिखती है तो नितम्ब-प्रान्त में बाँस डालकर ख़ुद को सबसे अधिक […]
शाश्वत तिवारी : लखनऊ/ फिराक हिन्दुस्तानी संस्कृति की रूह के विशिष्ट शायर थे। कई भाषाओं के विद्वान भाषण कला में अद्वितीय और गद्यव पद्य दोनों की लेखनी में माहिर थे। उर्दू शायरी के इतिहास में […]
— डॉ० पृथ्वीनाथ पाण्डेय गांधी जी को अपशब्द कहनेवालो! बापू एक वस्त्रधारी थे; महँगे जैकेट और घड़ी नहीं पहनते थे; झूठ बोलकर देश को लूटते नहीं थे। कस्तूर बा की हर आह-संवेदना में एकान्वित; एक […]
—- आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय एक तो वैसे ही देश का विपक्षी दल हमारी आवाज़ उठाने का साहस नहीं कर पा रहा है। देश में जब से न्यू इण्डिया की मोदी-सरकार का गठन हुआ है […]
— आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय हाथरस की गुड़िया के शव को हाथरस पुलिस और ज़िला-प्रशासन ने उसके घर के सदस्यों को बिना बताये और दिखाये मनमानी करते हुए, बेतरतीब तरीक़े से जला दिया। उसके परिवारवाले […]
शाश्वत तिवारी : लखनऊ : उनके पूरे जीवन पर सादगी और समाजवाद की मुहर लगी थी। उनका आचरण, विचार, पहनावा, रहन-सहन और बातचीत समाजवाद की चलती फिरती मिसाल थी। वह जब तक जीवित रहे उनका […]
— आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय ६९ हज़ार सहायक शिक्षक भरती-प्रकरण पर जब उच्चतम न्यायालय ने अपना निर्णय सुरक्षित कर लिया है तब उत्तरप्रदेश-शासन ने किस आधार पर ३१, ६६१ अभ्यर्थियों को नियुक्त करने का शासनादेश […]
— आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय धिक्कार है, देश के सभी समाचार चैनलों के स्वामियों और उनके महिला-पुरुष कर्मचारियों (निदेशक, कार्यकारी निदेशक, सम्पादक, समाचार-सम्पादक, संवाददाता, सूत्रधार आदिक) को, जो ‘हिन्दी’ की दी हुई रोटी तो तोड़ […]
आदित्य त्रिपाठी ( प्रबंध सम्पादक आई.वी.24 न्यूज ) सत्ता के लिए महाराष्ट्र में रात 1 बजे राष्ट्रपति शासन हट जाता है । सरकार बनाने के लिए रात में कोर्ट भी लग जाती है, आनन-फानन फैसले […]
— आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय हमारे देश का शिक्षित बेरोज़गार सरकारी नौकरियों से हाथ धो रहा है। संघटित-असंघटित क्षेत्रों में भी नौकरी का टोटका सामने आ चुका है। रेलविभाग का निजीकरण आरम्भ हो चुका है। […]
‘आज तक’ का बेहद घटिया कार्यक्रम ‘हल्ला बोल’ –— आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय हमारे देश के समाचार-चैनलवालों ने अपने कार्यक्रमों के तरह-तरह के नाम रखे हैं; जैसे– ‘हल्ला बोल’, ‘महाभारत’, ‘हम तो पूछेंगे’ आदिक। बेहद […]
शाश्वत तिवारी लखनऊ : फिक्की फ्लो ने इस वर्ष देश के प्रख्यात महिलाओं के साथ बातचीत की एक श्रंखला शुरू की है यह कार्यक्रम उसी श्रृंखला की एक कड़ी है। श्रृंखला के बारे में बताते […]
——०शोचनीय विषय०—– — आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय हमारे देश में क्रीड़ा-क्षेत्र में एक-से-बढ़कर-एक प्रतिभाएँ हैं; किन्तु उनके प्रति उपेक्षा का भाव है। आदिवासी-अंचलों में जाकर कर्मठ युवाओं (महिला-पुरुष) की खोज करनी होगी। कुश्ती, कबड्डी, तीरन्दाज़ी, […]
— आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय इस्लाम-सम्प्रदाय को माननेवाले राष्ट्रगायन न करने के प्रति आग्रहीजन! दशकों से यह तथ्य संज्ञान कराता आ रहा है कि आप लोग को निम्नांकित ‘राष्ट्रगान’ में सम्मिलित किन्हीं दो शब्दों के […]
● आज(१६ अगस्त) अटल जी की मृत्युतिथि है। (अटलबिहारी वाजपेयी के साथ डॉ० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की मुक्त भेंटवार्त्ता) पं० जवाहरलाल नेहरू के बाद यदि कोई एक-जैसा लोकप्रिय प्रधानमन्त्री रहा था तो वे थे, संवेदना में […]
— आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय एक–आज़ादी किस काम की, है ज़बाँ पर ताला।अंग-अंग विष से भरा, मन कितना है काला।।दो–नरक बनाये देश को, लाकर गन्दी नीति।आह बटोरे जा रहे, अजब-ग़ज़ब की रीति।तीन–ख़ुद को अब आज़ाद […]
— आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय सच कहा गया है कि यदि महिला लाज-शर्म-मर्यादिक छोड़कर ‘अपने’ पर आ जाती है तो वह ‘कुछ’ भी कर गुज़रती है। इसी को चरितार्थ कर दिखाया है एक ऐसी महिला […]
— आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय कई वर्षों से प्रयागराज में स्थित हिन्दुस्तानी एकेडेमी के पदाधिकारियों की कार्यपद्धति पर बेईमानी का साया पड़ चुका है। वैसे भी प्रयागराज के साहित्यकार और अन्य बुद्धिजीवी हिन्दुस्तानी एकेडेमी के […]