सई नदी की करुण कथा : पौराणिक और ऐतिहासिक नदी मर रही है

तीर्थराज प्रयाग की जय हो!

January 21, 2023 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय प्रयाग एक हृदयहारी तीर्थ है। तीर्थ ‘तृ’ धातु का शब्द है, जिसका अर्थ ‘पार करना’ है। इसी धातु के अन्त मे जब ‘थक्’ प्रत्यय जोड़ा जाता है तब ‘तीर्थ’ शब्द […]

उठो, जागो और ज्ञानी श्रेष्ठजन के सान्निध्य मे ज्ञान प्राप्त करो

January 12, 2023 0

उत्तिष्ठ भारत!तुमुल ध्वनि घन गर्जना से रिपु हृदय आक्रान्त कर दोहे अमितविक्रम रण बल अतुल, ध्वज-धर्म उन्नत आज कर दोउठो! रौद्र संग्राम कर दो… ————— उस देश-काल में जब राजनीति-समाज-आध्यात्म के स्तर पर देश आत्मविश्वास […]

Today is Sharad Purnima and Valmiki Jayanti

October 9, 2022 0

Today is Sharad Purnima. This religious festival is celebrated on the full moon day of the Hindu lunar month of Ashvin. The full-moon night is celebrated differently in different cultural regions of the country. On […]

शिक्षक दिवस शुभ हो : बंदउं गुरु पद पदुम परागा

September 5, 2022 0

राघवेन्द्र कुमार त्रिपाठी ‘राघव’– शिक्षक दिवस शुभ हो… बंदउं गुरु पद पदुम परागा। सुरुचि सुबास सरस अनुरागा।।अमिअ मूरिमय चूरन चारू। समन सकल भव रुज परिवारू॥ (मै गुरुवर के कमल के समान कोमल चरण-धूलि की वंदना […]

मांगने की मर्यादा का उल्लंघन

July 5, 2022 0

भगवान शंकर तो औघड़ थे इसलिए कैलाश पर्वत की हाड़ कंपा देने वाली ठंडी और श्मशान के ताप में भी खुश थे। बाघम्बर उनका वस्त्र था और एक शिला उनका शयन कक्ष। वे वहाँ पर […]

विपश्यना क्या है : एक अध्ययन

June 20, 2022 0

विशेष लेख— शोधकर्त्ताओं ने पाया है कि ध्यान का अभ्यास करने वाले प्रकाश से गहरी नींद मे तेजी से पारगमन करते हैं, और उनके इस पारगमन की अवधि जो ध्यान का अभ्यास नहीं करते हैं की तुलना में उम्र […]

धर्म केवल एक सनातन-धर्म है

May 16, 2022 0

राघवेन्द्र कुमार त्रिपाठी ‘राघव’–  निर्विवाद रूप से ईश्वर एक है। इसी सत्य के आधार पर मनुष्य अपनी संस्कृति, धरती, जाति, भाषा और विश्वास (मान्यता) के अनुसार  ईश्वर, भगवान, ख़ुदा, अल्लाह, परमात्मा, गॉड आदि अलग-अलग नामो […]

सरस्वती-वन्दना

May 16, 2022 0

राघवेन्द्र कुमार त्रिपाठी ‘राघव’- ओ! वीणापाणि मा, ओ! पुस्तक धारिणि मा। ओ! ज्ञान दायिनी मा, ओ! हंसवाहिनी मा। कर तम का संहार, ज्ञान की ज्योति देती मा। ओ! वीणापाणि मा, ओ! पुस्तक धारिणि मा॥ विद्या की […]

धर्म और दर्शन : इस्लाम परिवर्तनो का विरोध करता है

May 1, 2022 0

राघवेन्द्र कुमार त्रिपाठी ‘राघव’— सारी दुनिया में आतंक का पर्याय माने जाने वाले गजनवी, गौरी, बाबर, ओसामा बिन लादेन और गद्दाफी सरीखे लोगों को भी मुस्लिम आतंकवादी और मानवता का हत्यारा नहीं बल्कि अपना आदर्श […]

असतो मा सद्गमय, तमसो मा ज्योतिर्गमय

November 4, 2021 0

राघवेन्द्र कुमार त्रिपाठी ‘राघव’ असतो मा सद्गमय। तमसो मा ज्योतिर्गमय।मृत्योर्मा अमृतम् गमय। ओम शांति शांति शांतिः। हे परमात्मा मुझे असत्य से सत्य की ओर, अंधकार से प्रकाश की ओर तथा मृत्यु से अमरत्व की ओर […]

धनत्रयोदश का औचित्य और विधान

November 2, 2021 0

★ आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय शुद्ध शब्द है, ‘धनत्रयोदश’, जिसका तद्भव (उससे उत्पन्न) शब्द ‘धनतेरस’ कहलाता है। इस धनत्रयोदशी को भगवान् धन्वन्तरि के साथ सम्बद्ध करके समझा जा सकता है। संस्कृत-भाषा के शब्द ‘धनु’ और […]

पौराणिक घटनाएँ और विज्ञान

October 14, 2021 0

कुमार सतीश जी की फेसबुक-वॉल से– खगोलीय विज्ञान में आइंस्टाइन एक बड़ा नाम है.और, आइंस्टाइन के अनुसार इस ब्रह्मांड में सबसे तेज गति प्रकाश की होती है जो कि लगभग 3 लाख (2,99,972) किलोमीटर प्रति […]

अपनी बेटियों को ‘श्रीमती’ नहीं, ‘शक्तिमती’ बनाइए!

October 9, 2021 0

—आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय नपुंसक और पुरुषार्थविहीन हैं वे, जो बेटी बचाने की बात तो करते हैं; परन्तु उन्हीं के लोग जब बेटियों का शीलहरण करते हैं तब वे ‘शीलहरणकर्त्ताओं’ के साथ खड़े होते दिखायी […]

भारत ने कंबोडिया में ग्रामीण जलापूर्ति के लिए 1500 हैंडपंपों की स्थापना की

September 28, 2021 0

भारत द्वारा चलाई जा रही परियोजना ”कंबोडिया में ग्रामीण जलापूर्ति में वृद्धि के लिए 1500 हैंडपंप की आपूर्ति एवं स्थापना” का अंतिम चरण पूरा हो गया है। इसको लेकर सोमवार को एक आभासी कार्यक्रम का […]

हनुमान चालीसा कब लिखा गया? क्या आप जानते हैं?

July 22, 2021 0

हनुमान चालीसा कब लिखा गया क्या आप जानते हैं। नहीं तो जानिये, शायद कुछ ही लोगों को यह पता होगा? पवनपुत्र हनुमान जी की आराधना तो सभी लोग करते हैं और हनुमान चालीसा का पाठ […]

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